
नई दिल्ली. पहलगाम में टेरर अटैक के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च कर पाकिस्तानी सेना और आतंकवादियों को ऐसा सबक सिखाया है, जिसे वे दशकों तक याद रखेंगे. इसके बाद भारत ने अब पाकिस्तान के खिलाफ इंटरनेशनल लेवल पर डिप्लोमेटिक कैंपेन छेड़ दिया है. भारतीय सांसदों का प्रतिनिधिमंडल इन दिनों पूरी दुनिया के दौरे पर है, ताकि पाकिस्तान के वहशी चेहरे को पूरी तरह से बेनकाब कर उसकी असलियत के बारे में सबको बताया जा सके. पहलगाम टेरर अटैक के तुरंत बाद भारत ने सिंधु जल समझौते को अनिश्चित काल तक के लिए निलंबित कर इस्लामाबाद को पहली बड़ी चोट दी थी. इसके बाद ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकवादियों के कैंप को तबाह करने के साथ ही पाकिस्तानी फौज के एयरबेस को टारगेट कर सीधा और स्पष्ट संदेश दे दिया था. अब भारत ने कूटनीतिक स्तर पर एक और गहरी चाल चली है, जिससे पाकिस्तान आर्थिक तौर पर तबाही के कगार पर पहुंच सकता है. भारत ने ईरान और अफगानिस्तान के साथ मिलकर नया ट्रेड फ्रंट बनाने की प्लानिंग पर काम करना शुरू कर दिया है. दिलचस्प बात यह है कि इसमें नई दिल्ली को अफगानिस्तान की तालिबान सरकार का भी पूरा सााि मिल रहा है.
